Friday, April 9, 2010

जय श्री पाट बाबा की जय हो


जय हो जय हो जय हो,
पाट बाबा की जय हो
बाबा की शरण जो आये,उसको न कोई भय हो।
जय हो,पाट बाबा की जय हो।
भक्तों की रक्षा करते,प्यार उन्हें सच्चा करते
बीमार कोई  आये तो बीमारी से अच्छा करते  

बाबा  की  किरपा  से, जीवन यह सुखमय हो।
जय हो,पाट बाबा की जय हो।

बिगड़े काम बना देते, 
उजड़े धाम बसा देते
सच्चे मन से भक्तों का  जीवन खिला देते

मस्ती ही मस्ती में,जीवन सफ़र ये तय हो।
जय हो,पाट बाबा की जय हो।

जीवन में शक्ति मिलती,जीवन में भक्ति मिलती
हर मुश्किल होती आसान,खुदको मिलती है पहचान
भक्ति भावना के रस में,तन और मन एक लय हो।
जय हो,पाट बाबा की जय हो ।


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